इन 5 फूड्स के सेवन से न सिर्फ दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है साथ ही आप किसी भी उम्र में अपने दिल की देखभाल शुरू कर सकते हैं.
सिर्फ हार्ट रोगियों को नहीं बल्कि अपने दिल की पावर को बनाए रखने के लिए हर किसी को अपनी हार्ट हेल्थ (Heart Health) का खास ध्यान रखना चाहिए. हार्ट की देखभाल आप किसी भी उम्र मे शुरू कर सकते हैं.
यदि आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाते हैं तो दिल का दौरा (Heart Attack) या स्ट्रोक होने की संभावना भी काफी कम हो जाती है. हार्ट को कुछ हेल्दी हैबिट्स से मजबूत रखा जा सकता है.
यहां ऐसे 5 फूड्स की लिस्ट हैं जिन्हें आपको आज से ही अपने हार्ट को स्ट्रॉन्ग रखने के लिए डाइट में शामिल करना चाहिए
हरी सब्जियां
विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट वाली पत्तेदार हरी सब्जियों में पालक, सोया मेथी और साग शामिल हैं. उनमें पाए जाने वाले विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट कई प्रकार के कैंसर को भी रोक सकते हैं और हड्डियों को मजबूत करते हैं. इसके साथ ही आपके हार्ट की सुरक्षा करते हैं.
जामुन
जरूरी पोषक तत्व जो जामुन, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी और रास्पबेरी में प्रचुर मात्रा में होते हैं, हृदय स्वास्थ्य को हेल्दी बनाए रखने के लिए जरूरी हैं. इन फूड्स में एंथोसायनिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर के अंदरूनी सेहत के लिए काफी लाभदायक होते हैं.
बीज
सन और चिया बीज फाइबर और ओमेगा -3 फैटी एसिड के बेहतरीन स्रोत हैं, जो दिल के लिए फायदेमंद होते हैं. अलसी के बीज कैंसर और हृदय रोग के जोखिम को कम करते हैं और यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य और डायबिटीज को भी लाभ पहुंचा सकते हैं. अपनी डाइट में बीजों को शामिल करके सूजन, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स सहित कई हृदय रोग जोखिम कारकों को कम किया जा सकता है.
टमाटर
टमाटर हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट – लाइकोपीन होता है, इसमें मुक्त कणों को खत्म करने और ऑक्सीडेटिव तनाव को रोकने की क्षमता होती है. टमाटर में अन्य पोषक तत्वों में फ्लेवोनोइड्स नामक एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन बी और ई और विटामिन के शामिल हैं, जो हड्डियों के लिए फायदेमंद है. टमाटर में पोटेशियम भी होता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.
बीन्स
बीन्स और अन्य फलियां ब्लड प्रेशर को कम करती हैं. बीन्स घुलनशील फाइबर का एक अच्छा स्रोत है, जो पाचन तंत्र और कोलेस्ट्रॉल को हेल्दी रखता है. बीन्स में कई फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जैसे कि पॉलीफेनोल्स, टेरपेनोइड्स और एंथोसायनिन जो ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम कर सकते हैं जो हृदय रोग का कारण बन सकते हैं.
सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Poorikhabar com इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.