देश में आधुनिकता के प्रतीक पुरुष और उन्नति व नवनिर्माण के पर्याय पूर्व प्रधानमंत्री तथा भारत रत्न स्व.राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर हम सब उन्हें याद कर रहे हैं।
राजीव गांधी ने युवा प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभाली। उनकी नवोन्मेषी और दूरदर्शी युवा सोच के कारण भारत में सूचना क्रांति आई जिसने देश को एक नई गति और दिशा दी।
उनकी पहल के प्रभाव के रूप में आज हम ई-प्रशासन का वर्तमान स्वरूप और शासकीय कामकाज में पारदर्शिता देख पा रहे हैं। डिजिटल इंडिया की नींव राजीव गांधी के कार्यकाल में ही रख दी गई थी।
उक्त विचार मुकेश सिंह चौहान, कांग्रेस पार्षद इस्माईलगंज (प्रथम) वार्ड ने व्यक्त किये। आगे उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने ही पंचायती राज संस्थाओं और नगरीय निकायों को अधिकार संपन्न बनाकर देश की नींव मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने मतदान की आयु 21 से घटाकर कर 18 वर्ष में ही युवाओं को मत देने का अधिकार दिलाया।विज्ञान और तकनीकी को बढ़ावा देकर उन्होंने देश में उद्योगों के लिए नए रास्ते खोले। वास्तव में राजीव गांधी आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा थे।
राजीव गांधी आतंकवाद के आगे नहीं झुके और देश के लिए अपने प्राणों की भी परवाह नहीं की। उनके सम्मान और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी पुण्यतिथि को पूरा देश आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मना रहा है।
आतंकवाद, नक्सलवाद, भ्रष्टाचार की जड़ें समाप्त कर देश और प्रदेश में प्रगति के लिए सबका संकल्प और कार्य ही राजीव गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।