मौसम ख़राब होने के बाद भी जहाँ अमरनाथ यात्रियों के हौसले बुलंद नज़र आ रहे हैं, वहीं एलओसी पे घुसपैठियों को चैन की नींद नहीं आ रही है।
आए दिनों घुसपैठ की कोशिश कि ख़बरे आती रहती हैं, हर साल सरकार के सामने इस बात की चुनौती रहती है कि अमरनाथ यात्रा को कैसे आतंक के साएँ से महफ़ूज़ रखते हुए यात्रा का समापन हो।
इसी चुनौती को निपटाने हेतु अमरनाथ यात्रा में खलल डालने वाले आतंकियों के एक और षड्यंत्र को सुरक्षाबलों ने विफल कर दिया। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में एक-दो जख्मी भी हुए हैं, जो जान बचाकर पाकिस्तान की ओर भाग निकले हैं। सेना के जवानों ने पूरे क्षेत्र को घेर कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। वहीं सेना की देर रात तक तलाशी जारी थी।
पाकिस्तान की तरफ से आतंकियों की घुसपैठ की यह कोशिश नौशहरा के झंगड़ सेक्टर में हुई है। इस सेक्टर में सोमवार की सुबह तीन से चार आतंकी दल ने घुसपैठ का प्रयास किया। सेना के जवानों ने इस दल की गतिविधियों को पहले ही भांप लिया था। आतंकियों ने जैसे ही भारतीय क्षेत्र में पैर रखने का प्रयास किया, सेना के जवानों ने उन्हें ललकारा और हथियार डालने को कहा।
इस पर आतंकियों ने सेना के जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। सेना के जवानों ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। इसमें एक आतंकी एलओसी पर ही ढेर हो गया। सेना की जवाबी कार्रवाई में एक-दो आतंकी घायल भी हुए हैं। अपने एक साथी की मौत से डरे शेष आतंकी भी जान बचाकर पाकिस्तान की ओर भाग खड़े हुए। इसके बावजूद, सेना के जवानों ने पूरे क्षेत्र को घेर कर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। अगर कोई आतंकी भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुआ है, तो उसे ढेर कर दिया जाएगा।
अपने एक साथी की मौत से डरे शेष आतंकी भी जान बचाकर पाकिस्तान की ओर भाग खड़े हुए। इसके बावजूद सेना के जवानों ने पूरे क्षेत्र को घेर कर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान को शुरू कर दिया। अगर कोई आतंकी भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुआ है तो उसे ढेर कर दिया जाएगा।
इसी चुनौती को निपटें हुए अमरनाथ यात्रा में खलल डालने वाले आतंकियों के एक और षड्यंत्र को सुरक्षाबलों ने विफल कर दिया। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में एक से दो जख्मी भी हुए हैं जो जान बचाकर पाकिस्तान की ओर भाग निकले हैं। सेना के जवानों ने पूरे क्षेत्र को घेर कर तलाशी अभियान को शुरू कर दिया है। वहीं सेना कि देर रात तक तलाशी जारी थी।