ऐप के ज़रिये ऑर्डर पर फूड डिलीवरी करने वाली Swiggy के लिए मुश्किलें बढ़ रही हैं। कंपनी इस महीने 250 से अधिक वर्कर्स की छंटनी कर सकती है। इसमें टेक्नोलॉजी, कस्टमर सर्विस और सप्लाई चेन डिविजंस से वर्कर्स को हटाया जा सकता है। इससे पहले स्विगी की कॉम्पिटिटर Zomato ने अपने लगभग तीन प्रतिशत स्टाफ को खराब प्रदर्शन के कारण हटाया था।
एक मीडिया रिपोर्ट में स्विगी के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि Swiggy अपने सभी फंक्शंस में वर्कर्स की संख्या घटाना चाहती है। कंपनी की रिस्ट्रक्चरिंग पर एडवाइज देने के लिए एक कंसल्टिंग फर्म को नियुक्त किया गया है। छंटनी में टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और कस्टमर सर्विस जैसी डिविजंस से वर्कर्स को हटाया जा सकता है। हाल ही में स्विगी ने वर्कर्स को प्रदर्शन के आधार पर वर्कर्स को निकालने की जानकारी दी थी। कंसल्टिंग फर्म की मदद से Swiggy ने अपनी टीमों की रिस्ट्रक्चरिंग शुरू कर दी है। कुछ सीनियर एग्जिक्यूटिव्स को प्रमोशन भी दी गई है। Swiggy के ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म Instamart से वर्कर्स को खर्च घटाने के लिए कंपनी की अन्य डिविजंस में ट्रांसफर किया जा रहा है।
पिछले महीने ई-कॉमर्स कंपनी Amazon ने देश में अपनी फूड डिलीवरी बंद करने का फैसला किया था। कंपनी को इस बिजनेस में Swiggy और Zomato से कड़ी टक्कर मिल रही थी। इससे पहले एमेजॉन ने अपनी एडटेक यूनिट को भी बंद किया था। कंपनी ने अपने रेस्टोरेंट पार्टनर्स को 29 दिसंबर से यह सर्विस बंद करने की जानकारी दी है।