आज नवरात्रि का पहला दिन है, हिन्दू मान्यता के हिसाब से आज साल की शुरुआत होती है या कह ले नई ईयर की शुरुआत होती है|
नवरात्र यानी 9 विशेष रात्रियां। इस समय माँ दुर्गा के के 9 रूपों की उपासना का श्रेष्ठ काल माना जाता है। ‘रात्रि’ शब्द सिद्धि का प्रतीक है।
प्रत्येक साल में 4 नवरात्रि होते हैं जिनमें विद्वानों ने वर्ष में 2 बार नवरात्रि में आराधना का विधान बनाया है।चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पहली तिथि से 9 दिन यानी नवमी तक नवरात्र होते हैं। ठीक इसी तरह 6 माह बाद आश्विन मास शुक्ल पक्ष की पहली तिथि से महानवमी यानी विजयादशमी के एक दिन पूर्व तक देवी की उपासना की जाती है।
सिद्धि और साधना की दृष्टि से से शारदीय नवरात्र को अधिक महत्वपूर्ण माना गया है। इस नवरात्र में लोग अपनी आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति के संचय के लिए अनेक प्रकार के व्रत, संयम, नियम, यज्ञ, भजन, पूजन, योग-साधना आदि करते हैं।
नवरात्रि के यह नौ दिन मां दुर्गा की पूजा-उपासना के दिन होते हैं।
अनेक श्रद्धालु इन नौ दिनों में अपने घरों में घट-स्थापना कर अखण्ड ज्योति की स्थापना कर नौ दिनों का उपवास रखते हैं। आईए जानते हैं कि नवरात्रि में घट-स्थापना एवं अखण्ड ज्योति प्रज्ज्वलन का शुभ मुहूर्त कब है|
दिवस मुहूर्त-
प्रातः 6:00 (AM) से 9:30 (AM) बजे तक
अपराह्न: 11:00 (AM) से 12:30 (PM) बजे तक
सायंकालीन मुहूर्त-
सायं 5:00 (PM) से 6:30 (PM) बजे तक
रात्रि 8:00 (PM) से 11:00 (PM) बजे तक