अक्टूबर के महीने में आमतौर पर हल्की ठंड पड़नी शुरू हो जाती है लेकिन इस साल मानों जैसे ठंड दस्तक ही नहीं देगी। मौसम को देखते हुए ये कहा जा सकता है। दिल्ली में दिन के समय खिली तेज धूप के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं उत्तर प्रदेश में भी बारिश होने के कोई आसार नहीं है।
कई दिनों तक दिल्ली की हवा एक बार फिर से ”खराब” श्रेणी में पहुंच गई है। दिल्ली में सुबह के समय हल्की गुलाबी ठंड का भी एहसास हो रहा है, लेकिन दिन भर तेज धूप के कारण लोग बेहाल हैं। वहीं, बृहस्पतिवार को दिल्ली का AQI 200 के पार हो गया था। मानसून की वापसी के बाद यह सीजन का तीसरा दिन है, जब वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रहा।
दिल्ली के कई इलाकों का AQI 300 के पार यानी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। मानसून की वापसी के बाद छह और सात अक्टूबर को 200 के पार यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया था। इसके बाद हवा की गति बढ़ी और प्रदूषक कणों का बिखराव तेज हो गया। लिहाजा, प्रदूषण की स्थिति से राहत मिली, लेकिन बृहस्पतिवार को एक बार फिर से हवा ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गई।
उत्तर प्रदेश में नहीं होगी बारिश
उत्तर प्रदेश में भी अक्टूबर के महीने में लोगों को गर्मी झेलनी पड़ रही है और आने वाले दो दिनों तक यहां का मौसम ऐसा ही बना रहेगा। बारिश के आसार बिल्कुल भी नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार, 13 अक्टूबर को पश्चिमी यूपी के साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बारिश होने की कोई संभावना नहीं है। इसके साथ ही 14 अक्टूबर को भी पश्चिमी और पूर्वी यूपी में बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। वहीं, किसी भी हिस्से में बादल गरजने के साथ बिजली गिरने की भी कोई संभावना नहीं जताई गई है।
बिहार के मौसम का हाल
पटना सहित प्रदेश का मौसम अगले तीन से चार दिनों तक आमतौर पर शुष्क बना रहेगा। इस दौरान तापमान में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा और वर्षा होने के भी आसार नहीं हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, अक्टूबर मध्य के बाद पछुआ के प्रभाव से तापमान में आंशिक गिरावट आने के साथ सुबह और शाम हल्की सिहरन की स्थिति बनने लगेगी। अभी प्रदेश के अधिकतर शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। तीन से चार दिन में प्रदेश के सभी भागों से मानसून की विदाई हो जाने की संभावना है। इस दौरान बादलों की आवाजाही व तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनेगी।
यहां हुई जमकर बारिश
बता दें कि IMD के X हैंडल से मिली जानकारी के अनुसार, नीलेश्वरम (केरल) में 18 सेमी, मदुरै (तमिलनाडु) में 12 सेमी, धर्मस्थल (कर्नाटक) में 8 सेमी, चंपासारी (उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल) में 7 सेमी और खोवाई (त्रिपुरा) में 7 सेमी वर्षा दर्ज की गई है।
जम्मू-कश्मीर में हो रही बर्फबारी
कश्मीर में 14 अक्टूबर से वर्षा और हिमपात के फिर आसार बन रहे हैं। यह सिलसिला घाटी के अधिकांश क्षेत्रों में 18 अक्टूबर तक जारी रहेगा। हिमपात के साथ कश्मीर के निचले क्षेत्रों में वर्षा भी होगी। जम्मू संभाग में किश्तवाड़ और मुगल रोड के ऊपरी क्षेत्रों में भी बर्फ गिर सकती है। इधर, गुरुवार को पूरे प्रदेश में आसमान साफ रहा।
मौजूदा मौसम में कश्मीर के ऊपरी इलाके दो बार बर्फ की पतली चादर से ढक चुके हैं। बर्फबारी के चलते तापमान में भारी गिरावट आ गई है। इसके चलते समूची घाटी में ठंड अपना अहसास करा रही है। कश्मीर में नौ और दस अक्टूबर को पहाड़ों पर बर्फ गिरी थी।
पंजाब में ठंड ने दी दस्तक
राज्य भर में शनिवार से मौसम फिर से बदलेगा। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है तो कुछ स्थानों पर रविवार वर्षा हो सकती है। अब सुबह शाम ठंडक का एहसास होने लगा है जबकि दोपहर को तेज धूप ही खिल रही है। वीरवार फरीदकोट जिले का अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
वहीं, अमृतसर का अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस, पटियाला का 33 डिग्री सेल्सियस, पठानकोट का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रहा। बात लुधियाना की करें तो दो दिन पहले हुई वर्षा के बाद अधिकतम और न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस का बदलाव देखने को मिला है।