बीते कई सालो से अरुणाचल प्रदेश से चॉपर क्रैश की घटना बढ़ते जा रही है | 16.03.2023 को भारतीय सेना का चीता हेलिकॉप्टर गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश में क्रैश हो गया। जानकारी के मुताबिक, हेलिकॉप्टर राज्य के बोमडिला शहर के पश्चिम मंडला के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था|
गुवाहाटी के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने कल पुष्टि की थी कि ऑपरेशनल सॉर्टी पर चीता हेलीकॉप्टर का आज सुबह करीब 9.15 बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से संपर्क टूट गया। बाद में खबर आयी जिसमे सेना के दोनों पायलट मारे गए, कोलकाता स्थित पूर्वी कमान ने कहा, इस दुर्घटना ने उम्र बढ़ने वाले हेलिकॉप्टरों और लगातार इस तरह की घटना ने पुराने होते हेलीकाप्टर और उसके सेफ्टी फीचर्स पर सवाल खड़े कर दिए है|
सेना ने दुर्घटना में मारे गए दो पायलटों के नाम लेफ्टिनेंट कर्नल वी वी बी रेड्डी और मेजर जयंत ए था |
रेड्डी 37 वर्ष के थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी, जो की आर्मी डेंटिस्ट है उनकी छह और चार साल की दो बेटियां हैं। जयंत 35 वर्ष के थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी हैं। सेना ने हादसे की कोर्ट ऑफ enquiry के आदेश दे दिए हैं। खराब मौसम को अरुणाचल प्रदेश में कई घातक दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
एक चीता हेलीकॉप्टर की कीमत ₹88 करोड़ है।चीता हेलीकॉप्टरों का डिज़ाइन आधी सदी से अधिक पुराना है, और हाल के वर्षों में दुर्घटनाओं की एक श्रृंखला के बाद उनकी उड़ान योग्यता पर सवाल उठाया गया है। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत फरवरी 2015 में दीमापुर में एक चीता दुर्घटना में बाल-बाल बचे थे, जब वह लेफ्टिनेंट जनरल थे। बिपिन रावत, जो गुरुवार को 65 वर्ष के हो गए थे, दिसंबर 2021 में तमिलनाडु के कुन्नूर के पास एमआई -17 हेलिकॉप्टर दुर्घटना में 13 अन्य लोगों के साथ मारे गए थे।
दशकों से, चीता हेलीकॉप्टर ने सियाचिन ग्लेशियर सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेना की तैनाती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।लेकिन क्या अब इन हेलीकॉप्टर को रिटायर नहीं कर देना चाहिए, हमारे जाबाज़ पायलट्स की जान और हमारे लोगो की जान हमारे लिए बहुत कीमती है |