राजधानी दिल्ली में गुरुवार सुबह वायु गुणवत्ता बेहद खतरनाक स्तर पर पहुँच गई। सुबह करीब 5:30 बजे दिल्ली का AQI 600 के आसपास दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी से भी आगे निकल गया। नोएडा और गुड़गांव की स्थिति भी चिंताजनक रही — दोनों शहरों में AQI 500 से ऊपर रहा।
aqi.in के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 7 बजे नोएडा में AQI 503 और गुड़गांव में 515 दर्ज किया गया। विशेषज्ञों ने चेताया है कि यह स्तर एक दिन में 8 से अधिक सिगरेट पीने जितना हानिकारक है। दिल्ली के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में बुराड़ी, आनंद विहार, एयरोसिटी और बवाना शामिल हैं।
AQI मापने का पैमाना:
- अच्छा: 0–50
- संतोषजनक: 51–100
- मध्यम प्रदूषित: 101–200
- खराब: 201–300
- बहुत खराब: 301–400
- गंभीर: 401–500
जितना अधिक AQI, उतनी अधिक हवा की अस्वास्थ्यकर स्थिति को दर्शाता है।
विशेषज्ञों ने लोगों को लंबे समय तक बाहर न रहने और खुले स्थानों पर मास्क पहनने की सलाह दी है।
तापमान में गिरावट, पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का मौसम और कम हवा की गति — इन सबके चलते नवंबर–दिसंबर के दौरान दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता लगातार खतरनाक स्तर तक पहुँच जाती है।
