कुछ महीनों पहले जहाँ बिहार का मुजफ्फरपुर और यूपी का देवरिया शेल्टर होम वहां रहने वाली लड़कियों के यौन शोषण को लेकर चर्चा में रहा। इन मामलों ने बच्चियों की सुरक्षा को लेकर नए सवाल उठे।
वहीँ दूसरी ओर दिल्ली से भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें शेल्टर होम से 9 लड़कियां लापता हैं। इनमें से आठ की उम्र 18 से 20 साल की बताई जा रही है, जबकि एक नाबालिग है।
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि लड़कियां यहां से खुद भागीं या किसी ने उन्हें अगवा किया, पर ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उन्हें यहां से साजिशन भगा दिया गया हो या फिर वेश्यालयों में बेच देने के लिए शेल्टर होम संरक्षकों की मिलीभगत से उनका अपहरण किया गया हो।
मामला उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दिलशाद गार्डन स्थित एक शेल्टर होम का है। यहां शनिवार से ही ये लड़कियां लापता हैं, जिसका खुलासा रविवार को अटेंडेंस लेने के दौरान हुआ।
मामले की जांच के लिए शेल्टर होम पहुंची पुलिस को यहां रहने वाली एक लड़की ने यह भी बताया कि उनके साथ यहां दुर्व्यहार होता रहा है। ऐसे में यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवत: प्रताड़ना से बचने के लिए लड़कियां यहां से फरार हो गई हों।
दिल्ली महिला आयोग (DCW) को एक स्थानीय शख्स से ऐसी ही सूचना भी मिली, पर आयोग का कहना है कि ये लड़कियां पहले भी मानव तस्करी का शिकार रही हैं और ऐसे में संभव है कि उन्हें कोठा चलाने वालों ने अगवा किया हो।
डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने बताया कि इनमें से कुछ लड़कियों को आयोग ने पहले मानव तस्कर गिरोह से छुड़ाया था। उन्होंने मामले की जांच क्राइम ब्रांच से कराने और इस संबंध में दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखने की बात भी कही।
इससे पहले उन्होंने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पत्र लिखकर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद उन्होंने दो अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया।