प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानि रविवार को दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) का रांची में शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री ने झारखंड की राजधानी रांची से देशवासियों को इस योजना की सौगात दी। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, ‘मेरे देश के किसी गरीब के सामने ऐसी स्थिति नहीं आए कि उसे अस्पताल जाना पड़े।’ आइए जानते हैं कि स्वास्थ्य की देखभाल संबंधी ये सबसे बड़ी सरकारी योजना क्या है और आप कैसे इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
कौन हो सकेंगे इस स्कीम के लाभार्थी
- 2011 के सामाजिक-आर्थिक और जातिगत जनगणना में गरीब के तौर पर चिह्नित सभी लोगों को योजना का पात्र माना गया है।
- लाभार्थियों की पहचान वंचित श्रेणियों (डी1, डी2, डी3, डी4, डी5 और डी7) के आधार पर की गई है।
- शहरी क्षेत्रों के लिए 11 व्यावसायिक मानदंड निर्धारित किए गए जो पात्रता को निर्धारित करेंगे।
आयु के अनुसार नहीं होगा चयन
- बीमा कवर के लिए उम्र की भी बाध्यता नहीं रहेगी
- न ही परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश है
ऐसे जानें आपका नाम है या नहीं
- आयुष्मान योजना के पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री की तरफ से पत्र भेजे गए हैं
- इसके साथ ही लाभार्थियों को कार्ड भी दिए गए हैं जिसमें क्यूआर कोड है
- 2.50 लाख से ज्यादा कॉमन सर्विस सेंटर हैं देश भर में योजना की जानकारी के लिए
- अगर योजना में जिन परिवारों का नाम नहीं है वे कॉमन सर्विस सेंटर पर पता कर सकते हैं
- हेल्पलाइन नंबर 14555 से भी योजना से जुड़ी जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं
- पंचायत और जिला मुख्यालय में भी योजना से जुड़े लाभार्थियों की सूची भेजी गई हैं
- आशा कर्मियों के पास भी योजना में शामिल लोगों की सूची भेजी गई है
- नेशनल हेल्थ एजेंसी ने 14,000 आरोग्य मित्रों को अस्पतालों में तैनात किया गया है
- mera.pmjay.gov.in वेबसाइट पर लोग चेक कर सकते हैं कि उनका नाम है कि नहीं
नाम नहीं होने पर क्या करें
- नाम नहीं होने पर डाटाबेस में अपना नाम, पिता का नाम, लिंग और राज्य का नाम अंकित कराएं
- इसके बाद सर्च करने पर आपका नाम आ जाएगा फिर आप ‘गेट एसएमएस’ ऑप्शन पर क्लिक करे
- इसके बाद आपके पास एक मैसेज जाएगा, जिसमें आपको एक नंबर मिलेगा, इस नंबर को आप संभाल कर रख लें
- अगर ये सब करने के बाद भी आपका नाम सूची में नहीं मिल रहा है तो आयुष्मान मित्र से संपर्क करें
- इसके बाद योजना के लिए आयुष्मान मित्र के पास अपने जरूरी दस्तावेज जमा कराएं
- इसके बाद आप चेक कर सकते हैं कि आपको इस योजना का लाभ मिलेगा या नहीं
सरकारी व निजी अस्पताल में इलाज
- 5 लाख रुपये तक कैशलेस इलाज लभार्थी परिवार करा सकेंगे
- 1350 प्रकार की बीमारियों का इलाज हो सकेगा योजना के तहत
- पहले से बीमार व्यक्ति भी इस योजना के दायरे में आ सकेंगे
- हालांकि आयुष्मान योजना के तहत ओपीडी कवर नहीं होगा
- 1.5 वेलनेस सेंटर पर ओपीडी की सुविध ली जा सकेगी
आधार कार्ड जरूरी नहीं
योजना का फायदा उठाने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है। अगर आप पात्र हैं तो आपको अपनी पहचान सुनिश्चित करनी होगी। इसे मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड और आधार कार्ड जैस पहचान पत्रों से स्थापित कर सकते हैं।
इन राज्यों में लागू नहीं होगी
- 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने केंद्र के साथ इस योजना में शामिल होने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए है
- दिल्ली, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, केरल, तेलंगाना और पंजाब इस योजना में शामिल नहीं हैं
- ये राज्य इसी तरह की खुद की योजना चाहते हैं, कुछ में पहले से ही इस तरह की योजना चल रही हैं
40 फीसदी आबादी को मेडिकल कवर
- 10.74 करोड़ से अधिक चयनित परिवार शामिल हैं
- 50 करोड़ से अधिक व्यक्तियों को लाभ मिलेगा
- इसमें से 8 करोड़ ग्रामीण परिवार हैं
- इसमें 2.4 करोड़ के शहरी परिवार शामिल हैं
- 15,686 अस्पतालों ने योजना में शामिल होने के लिए आवेदन किए हैं
- अब तक इस आयुष्मान योजना से देशभर के 8735 अस्पताल जुड़ चुके हैं